Pension Scheme Update– पेंशन स्कीम अपडेट यह है कि अब मासिक पेंशन की गणना के तरीके में बदलाव लाया जाएगा। बता दे की कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) मासिक पेंशन की गणना में किए जाने वाले तरीके में बदलाव की जाँच कर रहा है। इसके द्वारा की सुझाव दिए जा रहे है। जिससे की मासिक पेंशन के तरीकों में बदलाव का प्रारूप देखने को मिलेगा।
इसके अनुसार, एक सुझाव यह भी दिया जाता है कि मासिक पेंशन की गणना पूर्ण पेंशन योग्य सेवा के दौरान अर्जित औसत पेंशन योग्य वेतन का उपयोग करके ही की जाए। इस संबंध में अभी तक अंतिम निर्णय बाकी है।
काफी सूझ-विचार के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा। अंतिम निर्णय लेने से पहले पेंशन, इसके लिए भुगतान की गई राशि और जोखिम का मूल्यांकन करने वाली एक्चुअरी की रिपोर्ट पर विचार किया जाएगा।
आइये जानते है इस संबंध में पूरी जानकारी। हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से पेंशन स्कीम की पूरी अपडेट के बारे में बताने वाले है। तो अंत इस आर्टिकल के माध्यम से हमारे साथ जरूर जुड़े रहे।
ईपीएफओ कर्मचारी पेंशन योजना
अगर हम वर्तमान में ईपीएफओ के पेंशन तरीके की बात करे तो यह कुछ इस प्रकार है पेंशन योग्य वेतन (पिछले 60 महीनों का औसत वेतन) गुणा पेंशन योग्य सेवा को 70 से विभाजित करना। यह फॉर्मूला ईपीएफओ – कर्मचारी वार्षिकी योजना (ईपीएस-95) के तहत मासिक वार्षिकी निर्धारित करने के लिए उपयोग किया जाता है।
जानकारी के मुताबिक इस तरिके को बदलने पर जोर दिया जा रहा है। बदलने की रणनीति यह है कि पिछले 60 महीने के औसत वेतन को पेंशन योग्य सेवा के दौरान प्राप्त औसत पेंशन योग्य वेतन में बदलना।
अभी सिर्फ प्रस्ताव
बतादे दे की अभी जो भी बात चल रही है उस पर सिर्फ प्रस्ताव आया है इसके लिए अभी तक कोई अंतिम निर्णय नही आया है। हम आपको सारी जानकारी डिटेल से बताने वाले है अंत तक बने रहे।
अभी तक ‘एक्चुअरी’ की रिपोर्ट आना बाकी है इसकी रिपोर्ट के बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा। इससे पहले कई सारी अपडेट देखने को मिल रही है लेकिन यह हमारे लिए कोई अंतिम निर्णय नही है।
अब बात यह है कि अगर ईपीएफओ पेंशन के फार्मूले को संशोधित करता है तो पिछले फॉर्मूले का उपयोग सभी की मासिक पेंशन गणना के लिए की जाएगी। इसमें सभी पेंशन धारक शामिल है। चलो आपको एक उदाहरण के माध्यम से समझाते है।
हम उच्च पेंशन चुनने वाले व्यक्ति की पेंशन योग्य सेवा की बात करे तो माना कि 32 वर्ष है और इसी के साथ अगर औसत वेतन पिछले 60 महीनों के लिए है। फार्मूला अपनाने हे तो पेंशन यदि 80000 रुपए मौजूदा फॉर्मूल के आधार पर 36571 (80000 गुणा 32/70)।
अगर यदि दूसरी ओर संम्पूर्ण पेंशन योग्य नोकरी के लिए औसत आय का उपयोग किया जाता है तो मासिक पेंशन की गणना कम होगी क्योंकि रोजगार के शुरूआती चरणों में मुआवजा कम होता है।
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उच्च पेंशन का विकल्प
पिछले साल नवम्बर में सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को एक निर्देश यह दिया था कि सब्सक्राइबर्स को बेहतर पेंशन चुनने के लिए चार महीने का ऑफर दिया जाए। इसी बीच ईपीएफओ ने नई पेंशन चुनने के लिए विकल्प फॉर्म भरना संभव कर दिया है। इस विकल्प फॉर्म को सबमिट करने के लिए समय सीमा 3 मई 2023 तक की थी लेकिन अब आगे बढाकर 26 जून 2023 कर दिया गया।
योगदान
ईपीएफओ सदस्यो को वर्तमान में केवल अपनी पेंशन के लिए प्रतिमाह अधिकतम 15000 रुपए का योगदान करने की अनुमति है। अब ईपीएफओ सदस्य उच्च पेन्शन का विकल्प चुनके अधिक मासिक पेंशन प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा पेंशन में कर्मचारी 12% योगदान देता है। एम्प्लॉयर के 12 प्रतिशत पेमेंट का 8.33 प्रतिशत ईपीएस में जाता है। कर्मचारी भविष्य निधि को शेष 3.67 प्रतिशत मिलते है।
पेंशन कोष
ईपीएफओ की 2021-22 रिपोर्ट के अनुसार पेंशन कोष राशि 6,89,211 करोड़ रुपए है। इसके अलावा ईपीएफओ की ईपीएस फंड से 50614 ब्याज के रूप में मिले।